मा

>> Thursday, May 18, 2006

मा
जिस दिन आया मै उसका सारा जग जगमगाया,
जब आये आन्सू आन्ख मे, उसी ने आपने सीने से लगया.
जब कभी गर्म हवा का झोका आया, उसी का आन्चल था, जिसने मुझे बचाया.
काभी जाब चला मै कान्टो पर, उसी ने अपने हाथो पर उठाया.
जब काभी आई दुःख की छाया, वही है जिसने उसे दूर भगाया.
जब कभी मायू हुया मै, उसी ने लोरी गाकर, मन बहलाया.
जब कभी भी प्यार का ज़िक्र आया, चारो तरफ़ उसी का नाम पाया.
क्या सोचते हो, वोह तो वोह है, न, हा वही तो है, मेरी मा.तुम भी तो कहो, अरे, रहुल, बब्लू, और हरी औम, आई - लव - यू मोम.

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